अंग्रेज अफसरों को पीट-पीट कर मारने वाले पिरई खां को किया याद

बस्ती ।(महुआ डाबर )


गौरवशाली विरासत की थाती महुआ डाबर में क्रांतिवीर पिरई खां स्मृति समिति ने आजादी का जश्न मनाया। इस दौरान तिरंगे के ध्वजारोहण हुआ, फिर महुआ डाबर एक्शन के महानायकों की याद में गुलपोशी की गई।

 बताते चलें कि क्रांतिवीर पिरई खां की अगुवाई में उनके इंकलाबी साथियों ने आजादी की मशाल जलाया था। 10 जून,1857 को अंग्रेजी सेना के लेफ्टिनेंट लिंडसे, लेफ्टिनेंट थॉमस, लेफ्टिनेंट इंग्लिश, लेफ्टिनेंट रिची, सार्जेन्ट एडवर्ड, लेफ्टिनेंट कॉकल व सार्जेन्ट बुशर फैजाबाद (अयोध्‍या) से बिहार के दानापुर (पटना) जा रहे थे। तब पिरई खां के नेतृत्व में उनके गुरिल्ला क्रांतिकारी साथियों ने अंग्रेजी सेना के इन छह कुख्यात अफसरों की घेराबंदी करके तब तक मारा जब तक उनकी मौत नहीं हो गयी थी। बहादुरपुर ब्लाक के मनोरमा नदी के तट पर महुआ डाबर में हुआ यह एक्शन विश्व इतिहास में दर्ज हो गया।


ऐसे ही क्रांतिवीर पिरई खां की याद में कार्यक्रम हुआ। क्रांतिवीर पिरई खां स्मृति समिति संयोजक आदिल खां, महुआ डाबर ग्राम प्रधान नूर मोहम्मद, नासिर खान ने संबोधित किया। कमरे आलम अंसारी, बब्लू खान, रवि कुमार राणा,महेशर अली, डॉ. जहांगीर आलम, फिरोज अहमद,अमर कुमार,मौलाना फिरोज,कमाल अहमद खान, मोहम्मद आसिफ खान आदि में महुआ डाबर में आजादी के दिवानों को खिराज-ए-अकीदत पेश की।