मध्य प्रदेश परशुराम मंदिर तोड़े जाने के विरोध में एसएलएफ ने सौंपा जिलाधिकारी को ज्ञापन

 बस्ती :- सवर्ण लिबरेशन के राष्ट्रीय संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के नेतृत्व में मंगलवार को फ्रण्ट पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मध्य प्रदेश राज्य के रीवा जनपद में इटौरा बाईपास के निकट स्थित परशुराम मंदिर स्थित आश्रम एवं यज्ञ मण्डप में प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किये जाने के मामले में जांच, और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग किया।

ज्ञापन सौंपते हुये एसएलएफ नेता दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि मध्य प्रदेश राज्य के रीवा में इटौरा बाईपास के निकट स्थित परशुराम मंदिर स्थित आश्रम एवं यज्ञ मण्डप में प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया गया। इससे भगवान परशुराम के प्रति आस्था रखने वालों को अपार मानसिक कष्ट हुआ है।

कहा कि देश के अनेक हिस्सों में मंदिर और आश्रम लोगों के परस्पर सहयोग से ही चलते हैं और जमीन भी मौखिक रूप से दान में ही मिलती है। इसके हजारों उदाहरण मिल जायेगा। ऐसा लगता है कि राजनीतिक विद्वेष से मुख्य सचिव के आदेश पर मध्य प्रदेश राज्य के रीवा में इटौरा बाईपास के निकट स्थित परशुराम मंदिर स्थित आश्रम एवं यज्ञ मण्डप में प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया गया। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।


भेजे दो सूत्रीय ज्ञापन में मध्य प्रदेश राज्य के रीवा जनपद में इटौरा बाईपास के निकट स्थित परशुराम मंदिर स्थित आश्रम एवं यज्ञ मण्डप जिसे प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करा दिया गया है उसे पुनः पूर्ववत बनवाये जाने, परशुराम मंदिर स्थित आश्रम एवं यज्ञ मण्डप गिराने के पीछे कौन लोग सक्रिय है उसकी जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने की मांग शामिल है।

ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अंकेश पाण्डेय, उमेश पाण्डेय मुन्ना, अजय, आशीष मिश्र, आनन्द प्रताप मिश्र, राजकुमार शुक्ल, जीत तिवारी, प्रमोद पाण्डेय, हरिओम, लक्की मिश्र, अजय मिश्र, अनुराग दूबे, निराला तिवारी, राहुल तिवारी, मनीष पाण्डेय, प्रवेश शुक्ल, शुभम पाठक आदि शामिल रहे।